Wednesday, June 2, 2010

Transit of Lunar Nodes (राहू केतू की चाल)

राहू और केतू मई १५, २०१० से लेकर अगस्त के तीसरे सप्ताह तक धीमी गति से १७ अंश पास रहेंगे. राहू और केतु सभी लग्नों के लिए नुक्सानदायक ग्रह माने जाते हैं. इस चाल का विपरीत प्रभाव उन सभी लोगों (और देशों) पर पड़ेगा जिनकी जन्मपत्री में लग्न राशि १७ अंश से ५ अंश के अंदर पड़ेगी. अर्थात वो सभी जन्मपत्रियां जिनमे लग्न का अंश १३ अंश और २२ अंश के बीच होगा.लग्न का अंश १७ अंश से जितना नज़दीक होगा उतना ही बुरा प्रभाव भी अधिक होगा.


( अपना लग्न और लग्न के अंश यहाँ से प्राप्त करें
   http://www.astroquery.com/services/ascendantonline.html )

हर पत्री अलग होती है अतः हर व्यक्ति पर अलग प्रभाव होगा लेकिन इतना कहा जा सकता है की अगर आपकी पत्री का लग्न १३ और २२ अंश के बीच में हुआ तो जीवन के कई क्षेत्रों में आप तनाव और मुश्किलें महसूस कर सकते हैं. अगर बुरे ग्रहों की दशा/अंतर्दशा चल रही हो तो बुरा प्रभाव विशेष रूप से दिखाई देगा. उसी तरह यदि अच्छे ग्रहों की दशा/अंतर्दशा में बुरा प्रभाव कम या नहीं के रूप में दिखाई देगा.

Translation:
Rahu and Ketu will be transiting around 17 degrees from May 15th to third week of August. Rahu/Ketu are malefic planets for all ascendants. This will have bad influence on all those whose ascendant's rising degree falls within 5 degrees of 17 degree. i.e., Those with rising degree of ascendant within 13 to 22 degrees. Closer it is to 17 degrees, worse the influence.

(Find your ascendant and rising degree at
http://www.astroquery.com/services/ascendantonline.html)

All charts are different so the influence will be different. But it can be safely said that affected people will face stress and problems in different areas of life. If you are running a main/sub period of weak planets bad influence shall be enhanced and similarly if you are running main/sub period of strong planets, bad effect will be less.